इतिहास की पहली दिल्ली में धानुक महासभा की बैठक हुई, जिसमे हमारे धानुक समाज के हर वर्ग के लोगो ने अपनी सहभागिता दर्ज़ करायी। ये इतिहास की पहली ऐसी कोई बैठक दिल्ली में हुई। और इस बैठक को पहली मीटिंग का इतिहास में दर्ज़ होने के साथ साथ धानुक भाइयों की जागरूकता को देख कर धानुक भाई बधाई के पात्र है।
धानुक भाईओं की तरफ से कुछ सुझाव भी दिए गए जिनमे कुछ महत्वपूर्ण है और जिनको आप इनमे से किसी को भी दरकिनार नहीं कर सकते है। जितने भी धानुक भाईओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज़ करायी उनमे से सबका एक ही विचार था की अब और नहीं हमे इस आंदोलन को अगले स्तर तक ले कर जाना है। और हम इन सबके लिए हमारे प्रदेश अध्यक्ष के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया और हमे उन्हें हर तरीके से उनका समर्थन करना चाहिए और करेंगे।
दिल्ली के मीटिंग में उपस्थित सदस्यों द्वारा एक मत से निम्नलिखित बातो पर जोर डालने की बात कही गयी:
१) हमे आपस में लोगो में जागरूकता फैलानी है
२) हमे आपस में ही अपने जानने वालो धानुक भाईओं को इस मुहीम से जोड़ना है।
३) हमे आपस में संदेशो का आदान प्रदान करते रहना चाहिए।
४) हमे हर मीटिंग में अपने पीछे के किये कार्यों की समीक्षा करनी आवश्यक है।
५) हम अपने बिहार शाखा को हर संभव मदद देगें इस मुहिम को अंजाम तक पहुँचाने को।
हमारे प्रदेश अध्यक्ष का धन्यवाद करते है इस मीटिंग को समाप्त की गयी और आगे से इसी तरह की मीटिंग कर अपनी दिल्ली धानुक महासभा की संख्या बल बढ़ाने पर बल दिया गया।
अब दिल्ली धानुक महासभा मुम्बई में होने वाली अगली मीटिंग जो १७ जनवरी को निर्धारित है उसकी तरफ बड़ी उत्साह और उदेश्य भरी नज़रो से देख रहा है ताकि आने वाली २९ जनवरी को बिहार प्रदेश की दरभंगा की रैली को मिल का पथ्थर साबित करने में योगदान दे।
धन्यवाद।
जय धानुक जय भारत।
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