Think about future
नमस्कार,
Think about future – काफी दिनों से एक बात शेयर करना चाह रहा था की हर व्यक्ति चाहता है की उसकी जिंदगी सुखमय हो और उसके आस पास वाले भी सुखमय जिंदगी व्यतीत करे। लेकिन क्या आपने सोचा है अगर आप आगे बढ़ते है तो स्वाभाविक है आपके अपने परिवार के लोग भी किसी ना किसी तरह से आगे जरुर बढ़ रहे होंगे। इस रफ़्तार से हमारी जाती कितना आगे बढ़ पायेगी क्या आपने सोचा है।? हर कोई अपने में मग्न है किसी दुसरे से कोई मतलब नहीं है कुछ मुठ्ठी भर लोग जो समाज को अपने अपने हिसाब से किसी भी तरह की सहायता करता है या कर रहा है तो हम सबको हर संभव उसकी सहायता करनी चाहिए। लेकिन शायद हम इस उलझन में लगे हुए है हम तो अपने जीवन के उलझनों को सुलझा नहीं सकते तो दुसरो की क्या सुलझा पाएंगे। आप छोटी छोटी बातो के बारे में सोचना शुरू कीजिये जो आपको हिम्मत देगा की इस दुनिया में कोई और भी है जो हमेशा दुसरो के लिए खड़े होते है।
मेरे कॉलेज के दिनों के एक सीनियर है जो खुद पिछड़ी जाती और नालंदा से आते है आजकल दिल्ली में ही रहते है और उन्होंने एक फेसबुक ग्रुप बनाया है “माहुरी चौपाल” के नाम से जिसको आज २७ हजार से ऊपर के लोग इसके सदस्य है मैं आपको यह बात क्यों बता रहा हूँ इसीलिए बता रहा हूँ क्योंकि ये जिस समाज से आते है इनकी गिनती कुछ लाख है पुरे भारत वर्ष में लेकिन एक फेसबुक ग्रुप जो फ्री में बनाया जा सकता है जिसका उपयोग कर इन्होने सेकड़ो जोड़ो की शादी करवाई है जिसके बारे में “zee news” पर “आपके न्यूज़” प्रोग्राम में दिखाया भी गया था।
मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूँ की आज तक मुझे यह सुनना पड़ता था की हमारे समाज के शादी के लिए कोई वेबसाइट नहीं या कोई ऐसा शादी वेबसाइट नहीं जिसमे धानुक एक जाती के रूप में हो। कही नहीं मिलेगा आपको चाहे आप किसी भी बड़ी से बड़ी वेबसाइट को देख ले। लोग मुझे फ़ोन तो करते है की एक लड़की/लड़का चाहिए। लेकिन जब आप उनसे वेबसाइट पर रजिस्टर करने को कहे तो जैसे सांप सूंघ जाता है मैं किसी का मखौल नहीं उड़ा रहा हूँ। मैं सिर्फ यह कहना चाहता हूँ की चाहे कोई भी हो अगर किसी तरीके से समाज के बारे में थोड़ी से सहायता करना चाहता है। आपलोगों को उसकी सहायता करनी चाहिए जबकि इस वेबसाइट को पूरी तरह से फ्री रखा गया है इसमें ना रजिस्टर में किसी तरह का पैसा लगता है ना ही किसी का प्रोफाइल देखने में पैसे लिए जाते है। और आपका डाटा पूरी तरह से सुरक्षित है क्योंकि बिना रजिस्टर हुए कोई भी किसी दुसरे का संवेदनशील डाटा नहीं देख सकता है। और ऐसा नहीं है कोई भी आया और रजिस्टर हो गया रजिस्टर तो जायेंगे लेकिन आप लॉग इन नहीं कर पाएंगे क्योंकि आपको ईमेल के साथ साथ मोबाइल भी वेरीफाई करवाना पड़ता है तभी आपका अकाउंट एक्टिव हो पायेगा और आप लॉग इन कर पाएंगे। जबकि किसी भी शादी के वेबसाइट को देखेंगे तो आपको कुछ ना कुछ पैसे देने पड़ेंगे लेकिन पिछले एक साल में हमने मुश्किल कुछ एक लोग को जोड़ पाए फिर हम कहते फिरते है की कोई कुछ करना ही नहीं चाहता है। कोई भी थोड़ी से सहायता क्यों करना चाहेगा जब आप उसके साथ कम से कम कदम मिलाकर नहीं चल सकते है तो जब आपको या आपके परिवार में किसी को सहायता की जरुरत पड़ेगी तो कोई क्यों आगे आएगा।
सोचिये गंभीरता पूर्वक सोचने की आवश्यकता है अगर आप अकेले कुछ करना चाहता है तो सामाजिक कार्यो को सफल करना मुश्किल है। लेकिन अगर आप कुछ न कुछ सभी मिल्लकर करेंगे तो जरूर भला कर पाएंगे।
हम सब आपस में कितने ही ग्रुप में शामिल होते है सेकड़ो मेसेज को प्रतिदिन देखते और पढ़ते है लेकिन जब धानुक जाती या उससे जुड़ी किसी भी तरह के ग्रुप में हमें जोड़ा जाता है तो हम वहां से बाहर हो जाते है। क्या आपने कभी सोचा है ऐसे ही किसी ग्रुप की वजह से आपके बच्चो की शादी या आपको या आपके किसी परिवार में किसी को खून की आवश्यकता होती है तो दूर से कोई व्यक्ति अपने व्यक्ति को फ़ोन कर आपकी सहायता करने को कहता और वह कर भी देता है क्यों क्योंकि कही ना कही वह आपके जानने वाले के ऊपर विश्वास कर आपकी सहायता करता यह सोचकर नहीं की कल आप करेंगे यह सोचकर की उसके जानने वाले ने ऐसा करने को कहा है इसी को मानवीय संवेदना कहते है अगर आप इसको अपने अन्दर महसूस नहीं कर पाते है तो आपको अपने ऊपर सोचने की आवयश्यकता है। मैं किसी तरह का आक्षेप नहीं लगा रहा हूँ सोचियेगा जरुर अगर अच्चा लगे तो अपने संबंधियों को शेयर जरुर कीजियेगा। यहाँ क्लिक करके आप वेबसाइट देख सकते है। https://goo.gl/gKodHo
धन्यवाद
शशि धर कुमार
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